क्विज़ खेलों और पैसे कमाओ

Download App from Google Play Store
किस्से कहानियाँ

मक्खी को ईचा तथा बिल्ली को पूचा कहते है (मलयालम) हिन्दी कहानी Eecha Poocha Story in Hindi

मक्खी को ईचा तथा बिल्ली को पूचा कहते है (मलयालम) हिन्दी कहानी Eecha Poocha Story in Hindi

मलयालम में मक्खी को ईचा तथा बिल्ली को पूचा कहते हैं। यह लोक कथा, एक मक्खी और बिल्ली के बारे में है। वे दोनों जिगरी दोस्त थीं और उन्होंने एक दिन कंजी बनाई ।

हमारे इस कहानी को भी पड़े : गोरा खरगोश हिन्दी कहानी

लेकिन उसे खाने के लिए उनके पास कोई चम्मच नहीं था। ईचा ने कहा, “पूचा तुम कंजी की रखवाली करो। मैं अभी कटहल का पत्ता लेकर आती हूं।” और ईचा उड़ गई। पुचा ने कंजी की रखवाली का वचन तो दे दिया लेकिन कंजी की रखवाली करते-करते उसकी भूख बढ़ गई; और वह सारी-की-सारी कंजी पी गई जिससे उसका पेट बेतहाशा फूल गया।

हमारे इस कहानी को भी पड़े : महाबलि का आगमन हिन्दी कहानी

पूचा का पेट इतना फुल गया कि उसका चलना दूभर हो गया और वह बहुत ही धीरे-धीरे चल पाती थी। पूचा अपना फूला पेट कम करने के उपाय पता करने के लिए आसपास के लोगों से पूछताछ करने लगी । सबसे पहले उसने छप्पर में बंधी गाय से पूछा तो उसने कहा, “मेरी देखभाल करने वाले लड़के से पूछो।” फिर वह लड़के के पास गई।

इस कहानी को भी पड़े : अल्लाह की बुद्धिमानी हिन्दी कहानी

लड़के ने कहा, “मुझे नहीं मालूम, मेरी छड़ी से पूछो।’ छड़ी ने कहा, “पेड़ से पूछो।” पेड़ ने कहा, “पक्षी से।” फिर पक्षी ने कहा, “शिकारी से।” और शिकारी ने कहा, “मेरे चाकू से।” चाकू गुस्सा करके कहने लगा, “अभी बताता हूं कि कैसे ठीक होगा तेरा पेट।” और पूचा भागने लगी ।

इस कहानी को भी पड़े : चालीस भाइयों की पहाड़ी हिन्दी लोक कथा

भागकर वह ईचा के पास पहुंची और उसने देखा कि ईचा एक कटहल का पत्ता घसीटते हुए ला रही है।
इस भाग-दौड़ में उसका पेट अपने आप ही ठीक हो गया ।

Rate this post

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button

Adblock Detected

गजब अड्डा के कंटेन्ट को देखने के लिए कृपया adblocker को disable करे, आपके द्वारा देखे गए ads से ही हम इस साइट को चलाने मे सक्षम है