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फोटोग्राफी और कैमरा से जुड़े 21 रोचक तथ्य

पहले एक ट्रिक बताता हूँ: आप मोबाइल फोन के कैमरे के जरिए पता लगा सकते है कि रिमोट ठीक है या खराब. किसी भी रिमोट को चेक करने के लिए पहले अपने मोबाइल फोन का कैमरा ऑन करे. उसके पास रिमोट के ऊपर जो लाईट होती है उसे कैमरे के सामने ले आइए. अब रिमोट का कोई भी बटन दबाएँ. यदि बटन दबाने पर यह लाईट जल रही है तो समझो आपका रिमोट ठीक है. है ना मजेदार… चलिए, अब आपको कैमरा और फोटोग्राफी के बारे में डिटेल से बताते है…

1. आज हर 2 minute में इतने फोटो खींचे जा रहे है जितने 1800 से 1900 के बीच सौ सालों में भी नही खींचे गए.

2. पुरानी तस्वीरों में कोई भी आदमी हंसता हुआ नजर नही आता क्योंकि उस समय कैमरे के सामने 8 घंटे बैठना पड़ता था.

3. नीचे दुनिया का सबसे पुराना आखिरी ज्ञात फोटो है.

यह 1816 में फ्रांस के फोटोग्राफर ‘Nicéphore Niépce’ ने खींचा था.

नीचे दुनिया का वो सबसे पुराना फोटो है जिसमें इंसान था.

यह 1838 में पेरिस में खींचा गया था. इसमें आदमी अपने जूतों पर पाॅलिश करवा रहा है.

4. दुनिया का पहला Digital कैमरा 1975 में ‘Kodak’ कंपनी ने बनाया था. जिसका वजन 3.6 किलो था. इससे 0.01 मेगापिक्सल लैंस के साथ केवल Black & White फोटो खींची जा सकती थी और एक फोटो खींचने में 23 सेकंड का समय लगता था. 1976 में अमेरिका की Camera market के 90% भाग पर कोडक का कब्जा था.

5. दुनिया का पहला ‘DSLR Camera’ 1986 में Kodak ने Canon के साथ मिलकर तैयार किया था. इसमें कोडक द्वारा बनाया हुआ 1.3 MP का लैंस लगा हुआ था और कैनन द्वारा बनाए गए कैमरे F-1 की बाॅडी लगी हुई थी.

6. कैमरों का सबसे बड़ा संग्रह मुंबई के ‘दिलिश पोरख’ के पास है. उन्होनें ये 1977 में इकट्ठे करने शुरू किए थे. आज इनके पास 4425 कैमरे है और सबसे पुराना कैमरा सन् 1907 का है.

7. अभी तक का सबसे बड़ा SLR लैंस “Corl Zeiss” ने ‘Apo Sonar T’ कैमरा के लिए बनाया था. जिसका वजन 256 किलो और यह 67 इंच की दूरी पर भी फोकस कर सकता था.

8. दुनिया का सबसे बड़ा कैमरा 1899 में बनाया गया इसे ‘मैमथ’ नाम दिया गया. यह 635 किलो वजनी था और इसे चलाने के लिए 15 आदमियों की जरूरत पड़ती थी. इसकी खींची गई फोटो इतनी बड़ी थी कि लोग इन्हें नकली मानते थे.

9. नीचे दी गई फोटो 1994 में सूडान में पड़े अकाल की है.

यह दुनिया की सबसे दुखी तस्वीरों में से एक है. ये साउथ अफ्रीका के फोटोग्राफर ‘Kevin Carter’ द्वारा केमरे में कैद की गई थी जिसमें बच्चा भूख से तड़प रहा है और एक पक्षी उसके मरने का इंतजार कर रहा है ताकि उसे खा सके. इसके लिए कैमरामैन को ‘Pulitzer Prize’ मिला था. इस फोटो के बाद केविन इतने दुखी हो गए कि 33 साल की उम्र में उन्होनें आत्महत्या कर ली.

10. मोबाइल फोन के कैमरा से फोटो खींचते समय जो आवाज आती है उसे Japan में mute करना allowed नही है और कुछ फोन में तो इसे mute करने का ऑप्शन ही नही होता. ऐसा इसलिए होता है क्योकिं जापान में लड़कियाँ छोटी स्कर्ट बहुत ज्यादा पहनती है और यदि कोई उनका फोटो खींचे तो पता चल जाए.

11. Security Cameras बहुत पुराने है. ये 1942 से ही मार्केट में मौजूद है लेकिन इन्हें पहली बार 1960 में जर्मनी में प्रयोग किया गया था. उस समय इन्हें सुरक्षा के लिए बल्कि राॅकेट की लांचिग देखने के लिए प्रयोग किया गया था.

12. गूगल, Google Maps में ‘Sea view’ फीचर जोड़ने की तैयारी में है जिससे पानी के अंदर की फोटो 360° पर देखी जा सकेगी.

13. जिस कैमरे ने चंद्रमा की सतह की पहली बार फोटो खींची थी वह चंद्रमा पर ही रह गया वापिस धरती पर नही आया. दरअसल, 1969 में Apollo 11 मिशन में 12 Hasselblad कैमरे भी चाँद पर ले जाए गये थे ताकि चाँद पर चलने की तस्वीर ली जा सके. तस्वीर ले ली गई लेकिन आते वक्त परीक्षण करने के लिए 25 किलो का पत्थर लाना पड़ गया जिससे उन कैमरा को वही छोड़ना पड़ा.

14. 1923 में बना ‘Leica O-series’ का कैमरा दुनिया का सबसे महंगा बिकने वाला कैमरा है. यह 2012 में Austria में 28 लाख डाॅलर में बिका था.

15. दुनिया की सबसे बड़ी फोटोग्राफिक नेगेटिव चीन के बिजिंग शहर में ‘Esteban Pastorino Diaz’ द्वारा 3 August, 2015 को कैप्चर की गई थी. यह 260 ft. 4 inch लंबी थी.

16. नीचे दिया गया फोटो इतिहास में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला फोटो है.

यह WindowXP का default wallpaper है, जिसका नाम है ‘Bliss’. यह कैलिफोर्निया के Sonoma County जगह पर अमेरिकी फोटोग्राफर ‘Charles O’Rear’ द्वारा क्लिक की गई थी. ये उन्होनें सन् 1996 में WindowXP लांच होने से कुछ समय पहले खींची थी. कुछ लोग कहते है कि ये फोटोशाॅप से बनाई गई है लेकिन ऐसा नही है. बाद में, बहुत से लोगो ने वहाँ जाकर ऐसी ही फोटो लेने की कोशिश की लेकिन ऐसा हो न सका.

17. लैपटाॅप के कैमरे को टेप के साथ ढक कर रखना चाहिए क्योंकि इसे हैक करके हमारे आसपास की गतिविधियो को रिकार्ड करना बहुत आसान होता है. फैसबुक के मालिक ‘मार्क जुकरबर्ग’ ऐसा ही करते है.

18. हवाई जहाजों में कैमरे क्यों नही होते ?
हवाई जहाजों में केवल ऑडियो रिकॉर्डिंग की जाती है.
पायलट व यात्री सभी अपनी निजता को सुरक्षित रखते हैं, एवं ऐसा कौन चाहेगा कि पूरे समय उनके ऊपर एक कैमरा मंडराता रहे जिससे वे सामान्य ना रह सकें. और यदि कैमरे लगा दिए जाए तो हो सकता है यात्री हवाई यात्राओं का बाॅयकाट करने लग जाए. और हवाई जहाज में ब्लैक बाॅक्स तो होता ही है.

19. 95% कैमरे काले रंग के ही क्यों होते है ?
इसका कारण ये है कि जब 35mm नेगेटिव का जमाना था तब उस नेगेटिव की एक खासियत ये होती थी कि अगर किसी भी तरह का हल्की सी रोशनी भी उसके संपर्क में आ गयी तो पूरी की पूरी फिल्म खराब हो जाती थी. इसलिए कैमरे का रंग काला रखा जाता था ताकि प्रकाश की कोई गुंजाइश ही ना रहे. दूसरा ये कि, जो Professional Photographer होते है वो स्टूडियो के अंदर तरह-तरह लाईट का प्रयोग करते है ताकि अच्छी फोटो आ सके. फोटो लेते समय किसी तरह की reflection ना हो और जैसी फोटो वो लेने की सोचता है 99% ठीक वैसी ही फोटो उसे प्राप्त हो इसलिए काला रखा जाता है. काला रंग बेहतरीन निखार वाला होता है जो थोड़ा प्रोफेशनल भी लगता है.

20. सुप्रीम कोर्ट में कैमरे क्यों नही होते ?
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की भांति भारत में भी कैमरा के उपयोग की अनुमति नहीं है, किसी भी व्यक्ति द्वारा कैमराग्राफी करना वर्जित है !
चलिए हम विचार करते हैं कि अगर कैमरा की अनुमति होती तो क्या होता?
a) जज व वकील के लिए यह एक ध्यान भंग की स्थिति होती क्योंकि वे सत्य को प्रस्तुत करने की बजाय अपनी कला का दिखावा करना या सुन्दर दिखना पसंद करते.
b) वकील अपनी नौकरी के लिए अपने हर क्लाइंट का बचाव करता है, अगर उसकी बचाव प्रक्रिया बड़े स्तर पर विडियोग्राफी के रूप में जनता के सामने आ जाती है तो उसका जीवन असामान्य हो सकता है और घातक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
c) साक्षी यानि गवाह भी अपना बयान देने से घबराएंगे और इससे उनकी निजता का हनन होने का भय बना रहेगा.
d) जज व समस्त कानून प्रणाली को कोई नहीं मानेगा और निर्णय केवल मीडिया में दिखाए गए कंटेंट के आधार पर जनता अपने अविकसित दिमाग से करेगी.
e) हर प्रकार के कोर्ट की प्रक्रिया जनता को दिखाने के लिए खुली होती है परन्तु इन्हें रिकॉर्ड करने से कोर्ट की प्रक्रिया पर प्रश्नचिन्ह लगने का भय रहता है और आमजन का विश्वास टूटता है.

21. क्या कैमरे की मदद से कपड़ो के आर-पार देखा जा सकता है ?

हाँ, ऐसा संभव है. Infrared camera की मदद से किसी भी व्यक्ति को नंगा देखा जा सकता है. इस कैमरे को जानने से पहले हमें इस तकनीक को जानना होगा. दरअसल, इंफ्रारेड कैमरा इंफ्रारेड रेडिएशन पर काम करता है. यह कैमरा कोई भी ऐसी वस्तु जिसका तापमान 0 केल्विन यानि, -273°C से अधिक हो उससे निकलने वाली या उत्सर्जित की हुई इंफ्रारेड रेज़ को पहचानकर उसे थेरमोग्राम पर इमेज के रूप में रिकाॅर्ड करता है. यह किसी भी वस्तु की पूरी इमेज 19600 बिंदुओं तक दे सकता है. इंफ्रारेड कैमरा का इस्तेमाल हम ऐसी जगह भी कर सकते है जहाँ आम कैमरे काम नही करते. जैसे कोई वस्त बहुत ही दूर हो या किसी जगह का तापमान बहुत ज्यादा है. जैसे किसी कंप्यूटर ओवरहिंटिंग की समस्या है तो इस कैमरे की मदद से उस बिंदु को तुरंत ढूंढा जा सकता है.
अब बात आती है सोनी के कैमरे की… साल 1998 में सोनी ने अपने कैमरे को आधुनिक तकनीक से लैस करने के मकसद से उसमें नाइट विज़न टेक्नोलाॅजी दी थी. यह टेक्नोलाॅजी Infrared Rays पर आधारित थी. जिस कारण इससे अंधेरे में भी देखना संभव था, लेकिन कुछ दिनों बाद यूजर्स को पता चला कि इस कैमरे की मदद से कुछ कपड़ो के आर-पार भी देखा जा सकता है जिससे कोई भी आदमी या औरत नग्न दिखाई दे सकता है. ऐसा इसलिए संभव हुआ कि कपड़ो द्वारा अवशोषित इंफ्रारेड किरणों को सोनी का कैमरा रिकाॅर्ड कर लेता और जब पूरी इमेज बनकर तैयार होती तो उसमें आदमी नंगा दिखाई देता. इसके बाद सोनी ने अपने द्वारा बनाए 6 लाख इंफ्रारेड कैमरो को वापिस मंगा लिया. यह इतिहास में एक बड़ी प्रोडक्ट रिकाॅल दर्ज हुई.

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