5. कलावा बांधना
शरीर के प्रमुख अंगों तक पहुंचने वाली नसें कलाई से होकर गुज़रती हैं. जब कलाई पर कलावा बांधा जाता है, तो इससे इन नसों की क्रिया नियंत्रित होती है. इससे त्रिदोष (वात, पित्त और कफ़) को काबू किया जाता है. ऐसा भी माना जाता है कि कलावा बांधने से रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह और लकवा जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से काफ़ी हद तक बचाव होता है.