होलिका का दहन पूर्ण चंद्रमा के दिन ही होता है। इस दिन सायंकाल को होली जलाई जाती है। एक माह पूर्व अर्थात् माघ पूर्णिमा को ‘एरंड’ या गूलर वृक्ष की टहनी को गाँव के बाहर किसी स्थान पर गाड़ दिया जाता है, और उस पर लकड़ियाँ, सूखे उपले, खर-पतवार आदि चारों से एकत्र किया जाता है और फाल्गुन पूर्णिमा की रात या सायंकाल इसे जलाया जाता है। होली के दिन कुछ रिवाज या काम होते हैं जिन्हें करने से भाग्य को चमकाया जा सकता है। धार्मिक मान्यताओं की मानें तो ये काम करने से साल भर हमेशा सुख समृद्धि रहती है। आज हम आपको बताएंगे ऐसे ही चार कामों के बारे में जिन्हें करने भाग्य में यश, सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी।
- होलिका दहन के इस पर्व पर नशा नही करना चाहिए।
- हमारी परंपराओं के अनुशार होली खेलने से पहले सबसे पहले भगवान के तिलक लगाकर घर के बड़ों के तिलकर लगाकर चरण स्पर्श किए जाते हैं। भगवान और बड़ो का आशीर्वाद लेकर ही होली खेली जाती है।
- होली खेलने से पहले हर तरह का वैर-भाव मिटाकर सभी से गले मिलना चाहिए।
- कहा जाता है कि अतिथि देवों भवो, इसलिए होली के दिन जो भी मेहमान आए तो उसे बिना खिलाए घर से जाने नहीं देना चाहिए। कहा जाता है कि इस ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।
- होली के इस पर्व पर कहा जाता है कि होली पर बहुत से टोटके होते हैं इसलिए होलिका दहन वाले दिन सफेद खाने की चीजों का सेवन कोशिश करके नहीं करना चाहिए।
- होली के धन और यश पाने के लिए गेंहू की बालियों को होलिका दहन के समय भूनना चाहिए और इसके बाद सभी के घर देकर आनी चाहिए।
- यहाँ पर इस आलेख में दी गई इन जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये सत्य है। इन्हें करने से पहले विशेषज्ञ ज्योतिष की सलाह ले लेनी चाहिए।